कच्ची घानी सरसों का तेल या रिफाइंड तेल: कौन सा तेल बेहतर है?

घर की रसोई में तेल की बोतल रोज़ उठती है| लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि वही तेल आपकी सेहत, स्वाद और जेब, तीनों को बदल सकता है? दुकानों में चमकदार बोतल वाला रिफाइंड तेल देखकर लगता है कि यही “साफ” और “सुरक्षित” होगा। दूसरी तरफ़ दादी‑नानी सालों से कच्ची घानी सरसों का तेल इस्तेमाल करती आ रही हैं, जिसकी तेज़ खुशबू और सुनहरा रंग सब्ज़ी‑दाल में अलग जान डाल देता है। 

इस ब्लॉग में हम समझेंगे: कच्ची घानी सरसों तेल कैसे बनता है, रिफाइंड तेल से कैसे बेहतर है। तो आइये जानते हैं के सरसों का तेल या रिफाइंड तेल - दोनों तेल में से कौनसा बेहतर विकल्प है! 

सरसों का तेल या रिफाइंड तेल - A Quick Comparison

कच्ची घानी सरसों तेल 

रिफाइंड तेल

तरीका

Wood-pressed, कम तापमान, बिना रसायन

200 °C + गर्मी, हेक्सेन सॉल्वेंट

पोषण

ओमेगा‑3, विटामिन E, ऐंटी‑ऑक्सिडेंट बरकरार

ज़्यादातर न्यूट्रिएंट खोते हैं

स्वाद‑खुशबू

देसी तीखापन, सरसों‑अरोमा

लगभग बे‑स्वाद

ट्रांस‑फ़ैट

न के बराबर

दोबारा गरम करने पर बन सकते हैं

उपयोग

रोज़ का तड़का, सलाद ड्रेसिंग, मालिश और स्किनकेयर

बहुत तेज़ डीप‑फ्राय

कच्ची घानी सरसों का तेल कैसे बनता है?

सरसों के बीज लकड़ी के कोल्हू में धीरे‑धीरे प्रेस होते हैं। तापमान 45 °C से नीचे रहता है, इसलिए विटामिन E, बीटा‑सिटरॉल व ऐंटी‑ऑक्सिडेंट बचे रहते हैं।

Nayesha Mills Iriola तेल सिर्फ़ “पहला‑प्रेस” लेता है और किसी भी केमिकल या ब्लीच का इस्तेमाल नहीं करता। नतीजा—कच्ची घानी शुद्ध तेल जिसका स्वाद और पोषण दोनों प्रबल हैं।

Nayesha Mills की Iriola कच्ची घानी सरसों तेल बीजों की फर्स्ट‑प्रेस, रसायन‑मुक्त, लैब‑टेस्टेड शुद्धता व आर्द्रता‑नियंत्रित (humidity-controlled) पैकेजिंग के साथ तैयार होता है।

सरसों का तेल या रिफाइंड तेल

कच्ची घानी शुद्ध तेल के मुख्य फ़ायदे:

  • दिल‑दोस्त फैट प्रोफ़ाइल - MUFA/PUFA संतुलन खराब कोलेस्ट्रॉल घटा सकता है।
  • डायजेस्टिव सपोर्ट - पाचन रस बढ़ाता है, गैस तथा अपच कम करता है।
  • इम्युनिटी बूस्ट - विटामिन E व natural एंटी‑ऑक्सिडेंट रोग प्रतिरोधक शक्ति (immunity) मजबूत करते हैं।
  • त्वचा और बालों के लिए उत्तम - मालिश से ड्राइनेस कम, हेयर‑फॉल घटे।
  • एंटी‑इंफ़्लेमेटरी असर - घुटनों‑मांसपेशियों की सूजन में आराम देता है। 

छोटे बैच‑प्रोडक्शन की वजह से कच्ची घानी शुद्ध तेल ताज़ा रहता है, स्वाद बरक़रार और मिलावट का जोखिम न्यूनतम।

रिफाइंड तेल : सुविधा बनाम समझौता 

रिफाइंड तेल के बीज को 200–250 °C तक गर्म करके हेक्सेन‑सॉल्वेंट से तेल निकाला जाता है। फिर ब्लीचिंग और डिओडराइज़िंग से तेल का रंग‑गंध हटाते हैं। गर्मी व रसायन से विटामिन E, पॉलीफेनॉल और natural फ्लेवर लगभग गायब हो जाते हैं। 

स्मोक‑पॉइंट ज़्यादा होने के कारण यह डीप फ्राई के लिए ‘सुविधाजनक’ है| मगर, बार‑बार गरम करने पर ट्रांस‑फैट और PAHs बन सकते हैं, जो हृदय व कैंसर रोग की सम्भावना बढ़ाते हैं।

सरसों का तेल या रिफाइंड तेल - हेल्थ स्कोरकार्ड

हेल्थ पैरामीटर

कच्ची घानी सरसों तेल

रिफाइंड तेल

LDL‑कोलेस्ट्रॉल

कम करने में मदद

Neutral /कभी‑कभी बढ़ाए

इम्युनिटी

विटामिन E + एंटी‑ऑक्सिडेंट

None

एंटी‑इंफ़्लेमेटरी

Allyl‑Isothiocyanate मौजूद

प्रभाव हीट‑प्रोसेस से घटता

स्मोक‑पॉइंट

~200 °C (मीडियम‑हाई)

220–240 °C (हाई)

रिपीट‑उपयोग

स्वाद बदलता, फिर भी सुरक्षित

PAH और ट्रांस‑फैट रिस्क में बढ़ोतरी 

सरसों का तेल या रिफाइंड तेल - कब किसे चुनें?

  • रोज़ाना तड़का, सब्ज़ी, दाल, सलाद‑ड्रेसिंग :कच्ची घानी सरसों का तेल - अधिक पोषण, ज़्यादा स्वाद।
  • मीडियम‑हाई फ्राय (पकौड़े, पराठे) :कच्ची घानी सरसों तेल इस्तेमाल कर सकते हैं ; हल्का धुआँ आने लगे तो आँच कम करें।
  • बहुत हाई‑हीट डीप‑फ्राय (230 °C +) : रिफाइंड इस्तेमाल कर सकते हैं, पर तेल दोबारा न गरम करें।
  • घर में एक “तेल‑रोटेशन” रखें - 70% कच्ची घानी, 30% अन्य तेल ताकि स्वाद में वैरायटी भी मिले।
असली कच्ची घानी शुद्ध तेल

असली कच्ची घानी शुद्ध तेल पहचानने के 5 आसान तरीके

  1. बोतल पर Wood/Cold‑Pressed लिखा हो।
  2. ढक्कन खोलते ही तीखी सरसों‑खुशबू आए।
  3. रंग गहरा सुनहरा | बहुत हल्का मतलब मिलावट संभव।
  4. ट्रेसबिलिटी: ब्रांड की लैब‑रिपोर्ट या QR‑कोड अवश्य हो |Nayesha Mills हर बैच ऑनलाइन साझा करता है ।

Nayesha Mills कच्ची घानी सरसों तेल क्यों चुनें?

  • 100 % Chemical‑Free: ना कोई हेक्सेन, ना कोई ब्लीच, सिर्फ़ पहला‑प्रेस बीज। 
  • Lab‑Tested Purity: हर बैच की रिपोर्ट वेबसाइट पर है।
  • लोकल‑फ़ार्मर सपोर्ट: सरसों बीज राजस्थान के खेतों से सीधे मिल और फिर आपके घर तक 
  • पैक‑साइज़ विकल्प: 1 L × 12, 2 L × 6, 5 L × 4, 15 लीटर टिन।

Nayesha Mills वेबसाइट पर जाएँ और ‘Sale’ वाले पैक आर्डर कर, घर बैठे शुद्ध कच्ची घानी सरसों का तेल पाएँ।

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सेहत, स्वाद और भरोसा - ये तीनों चाहिए तो कच्ची घानी सरसों का तेल सबसे बढ़िया दांव है। रिफाइंड तेल डीप फ्राई करने में सहूलियत देता है, पर पोषण की क़ीमत पर। रोज़मर्रा के तड़के से लेकर अचार एवं मालिश तक, कच्ची घानी सरसों तेल आपके खाने को वही देसी तड़का देता है जिसे पीढ़ियाँ पसंद करती आई हैं। 

अब बाज़ार की चमक‑दमक छोड़िए, और Nayesha Mills के कच्ची घानी शुद्ध तेल से अपनी रसोई और अपने परिवार को हेल्दी बनाइए! Order Now! 

Frequently Asked Questions 

कच्ची घानी सरसों तेल रोज़ कितना इस्तेमाल करना ठीक है?
2–3 बड़े चम्मच (≈ 25 ml) सामान्य भारतीय आहार के लिए पर्याप्त माने जाते हैं।

“कच्ची घानी शुद्ध तेल” और सामान्य सरसों तेल में असली फ़र्क क्या है?
शुद्ध तेल स्लो‑प्रेस से बनता है; न्यूट्रिएंट्स व तीखापन सुरक्षित रहते हैं, जबकि सामान्य तेल में हीट‑ट्रीटमेंट से स्वाद‑गंध घट जाती है।

सरसों का तेल या रिफाइंड तेल—बच्चों के लिए कौन‑सा बेहतर है?
हल्की मात्रा में कच्ची घानी सुरक्षित व पौष्टिक है; डीप‑फ्राय के लिए भी वही बेहतर, बशर्ते तापमान नियंत्रित रहे।

क्या कच्ची घानी सरसों का तेल डीप‑फ्राय में जलता है?
कच्ची घानी सरसों तेल 200 °C तक स्थिर रहता है; इससे अधिक तापमान पर धुआँ आएगा, तब आँच घटाएँ या दूसरा तेल लें।

कच्ची घानी सरसों तेल की शेल्फ‑लाइफ़ कितनी है?
ठंडी, अंधेरी जगह में, सील बंद बोतल 9–12 महीने सुरक्षित रहती है; बोतल खुलने के बाद 6 महीने में इस्तेमाल कर लें।

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